यूपी पुलिस ने कछुए को पछाड़ा

उत्तर प्रदेश के रसूख़दार मंत्री आज़म ख़ान की भैंसों को जिस पुलिस ने महज चंद दिनों में ढूढ़ निकाला था, आज वही पुलिस अपना कार्यशैली को लेकर कछुए से मात खा गई है.

पुलिस के ढुलमुल रवैये के चलते अपराधियों के हौसले दिन-पे-दिन बुलंद हो रहे हैं. पूरे प्रदेश में अपराधी निडर होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. प्रदेश में जनता का जीना मुहाल हो रहा है.

ताज़ा मामला यूपी के ज़िला गाजियाबाद के थाना लोनी का है. जहां एक पत्रकार
के घर में हुई लाखों रुपये की चोरी की वारदात के कई दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है.

पीड़ित पत्रकार रहीसुद्दीन का कहना है कि वारदात के 3 दिन बाद भी पुलिस चोरों का कोई सुराग नहीं लगा पाई है.
पुलिस की कछुआ चाल वाली कार्यशैली से वह परेशान हैं. पत्रकार होने के बावज़ूद पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है.

पीड़ित ने पुलिस पर रोष दिखाते हुए आगे बताया कि पुलिस ने लेट लतीफ़ी दिखाते हुए उनका मामला पूरे 24 घंटे बाद दर्ज किया. जबकि उन्होंनें वारदात वाले दिन ही थाने में तहरीर दे दी थी. ऐसे में वह कैसे उम्मीद कर सकते हैं कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने में सफ़ल होगी और उनका लाखों रुपये का सामान वापिस दिला पाएगी.

गौरतलब है कि ईद के मौके पर पत्रकार रहीसुद्दीन अपने परिवार समेत ईद मनाने ज़िला बुलंदशहर के कस्बा झाझर में अपने ननिहाल गये थे. उनकी गैर-मौज़ूदगी में चोरों ने उनके घर में रखे लाखों रुपये के सामान पर हाथ साफ़ कर दिया.

पीड़ित परिवार जब अगले दिन घर वापिस आया तो घर में हुई वारदात का उन्हें पता लगा.



(रहीसुद्दीन से उनके मोबाइल नंबर 9555023323 पर संपर्क किया जा सकता है.)