स्त्री शक्ति सम्मान

दिल्ली में सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्री कुमारी शैलजा के घर के प्रांगण में आयोजित "स्त्री शक्ति सम्मान" का आयोजन "स्त्री शक्ति- दी पैरलल फ़ोर्स" द्वारा किया गया.

इस अवसर पर
"दयावंती मोदी स्त्री शक्ति सम्मान" रश्मि सिंह को दिया गया और स्त्री शक्ति विज्ञान सम्मान अखिल भारतीय आयुर्वेद संसथान की डॉ जया त्यागी को दिया गया. रश्मि सिंह को यह सम्मान उनके मानवीय सेवा, शासकीय सेवा में सुधार और महिलाओ के उत्थान में किये गए प्रयासों के लिए दिया गया है.

इस रश्मि सिंह अपनी पुरस्कार राशि उन युवा लड़कियो की शिक्षा के लिए अर्पित कर दिया है जो रुपये के अभाव में अपनी शिक्षा को जारी नहीं रख पा रही थी.
 
डॉ जया त्यागी को यह सम्मान उनके क्षय रोग पर किये कार्यो के लिए दिया गया है. डॉ जया त्यागी द्वारा लिखे रिसर्च पेपर अनेक जगह प्रकाशित हुए है और अनेक सम्मान उनको उनके कार्यो के लिए मिले है.
पुरस्कार मिलने के अवसर पर डॉ त्यागी ने कहा कि महिलाओ को पुरुस्कार मिलना बोनस मिलने की तरह है क्योंकि महिलाएं प्राय काम करने के लिए काम करती है. अलग से किसी पुरस्कार कि उम्मीद उन्हें नहीं होती है.
 
इस अवसर पर स्त्री शक्ति- दी पैरलल फ़ोर्स की अध्यक्षा श्रीमती रेखा मोदी ने कहा कि १९९८ में स्थापित "स्त्री शक्ति" महिलाओ के लिए महिलाओ के द्वारा स्थापित संस्था है.

उन्होंने कहा कि उनके विकास में उनकी माँ का योगदान है और उनकी बेटी के विकास में उनका योगदान है.  महिलाएं ही महिला के विकास में योगदान दे सकती है.

रंजना कुमारी ने इस अवसर पर कहा कि समाज में महिलाओं को सजाया जाता है पर सम्मान नहीं दिया जाता है. उन्होंने अपने जेंडर अजेंडे को सामने रखते हुए कहा कि ६६ साल बाद भी राजनीति में केवल ११% महिलाएं ही है.

अंत में सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्री कुमारी शैलजा ने कहा कि हम ये लगातार सुनते आये हैं कि महिलाओ का बहुत सम्मान है पर कई बार ऐसा लगता है कि यह केवल किताबों में ही मिलता है. एक दूसरे को कम से कम हमें एक इंसान समझ कर इज़्ज़त करना चाहिए.  एक ओर हमें कहा जाता है कि महिलाओं को सम्मान देना चाहिए पर दूसरी तरफ हम देखते है कि महिलाओं का उत्पीड़न बंद नही हुआ है.

बिना तरुण तेजपाल कांड का नाम लिए कुमारी शैलजा ने कहा कि अभी हाल के समय में हम देख रहे हैं कि पीड़िता को जितना समर्थन महिलाओ से मिलना चाहिए उतना नहीं मिल रहा हैं. यही बात पुरुषों को यह कहने का मौका देता है कि महिलाएं ही महिला की शत्रु है.

- माधवी श्री

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